40 की उम्र के बाद थाली से पूरी करें न्यूट्रिशन की जरूरत, सप्लीमेंट्स नहीं जरूरी
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संवाद 24: 40 की उम्र के बाद शरीर में पोषण की कमी ज्यादातर दवाइयों से नहीं, बल्कि थाली में पौष्टिक तत्वों की कमी से शुरू होती है। असली पोषण प्राकृतिक खाद्य पदार्थों से मिलता है, क्योंकि इनके साथ फाइबर, हेल्दी फैट्स, मिनरल्स और प्लांट कम्पाउंड्स भी शरीर को मिलते हैं। ये तत्व न केवल पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण में मदद करते हैं, बल्कि किसी भी तरह के साइड इफेक्ट्स से भी बचाते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि सप्लीमेंट्स तभी लेने चाहिए, जब लैब रिपोर्ट में किसी खास पोषक तत्व की वास्तविक कमी साबित हो। वरना संतुलित थाली से रोजमर्रा की पोषण जरूरत पूरी की जा सकती है।
थाली में पोषण के आसान कॉम्बो
1. अलसी से ओमेगा-3 प्राप्त करें
एक बड़ा चम्मच अलसी पाउडर दिनभर की लगभग 100% ओमेगा-3 जरूरत पूरी करता है। इसे दही, सब्जी या उपमा में मिलाकर खाया जा सकता है।
2. बिना दूध के भी कैल्शियम पाएं
रोज 2 रागी रोटियां, 100 ग्राम गाढ़ी दही और 1 कटोरी हरी सब्जी खाने से शरीर को 50–60% कैल्शियम की जरूरत पूरी होती है।
3. दाल और राजमा से मैग्नीशियम लें
2 बड़े चम्मच कद्दू के बीज और 1 कटोरी दाल या राजमा का सेवन करने से मैग्नीशियम की 50% जरूरत पूरी होती है। इसमें 20 ग्राम डार्क चॉकलेट जोड़ने पर यह 70% तक पहुंच सकती है।
4. पालक से विटामिन A
1 कटोरी पालक रोज खाने से लगभग 100% डेली विटामिन A की जरूरत पूरी होती है।
5. हलिम के बीज से आयरन
एक टेबलस्पून भीगे हुए हलिम (अलीव या गार्डन क्रेस सीड्स) खाने से रोजाना आयरन की 60–70% जरूरत पूरी होती है।
आम गलतियां और उनके आसान समाधान
- आयरन वाले खाने के साथ चाय या कॉफी: इन्हें खाने के एक घंटे बाद ही लें।
- नाश्ते में प्रोटीन की कमी: दही, अंडा, पनीर या स्प्राउट्स जरूर शामिल करें।
- लंच में सब्जियों की कमी: एक सलाद और एक पकी हुई हरी सब्जी को रोज का हिस्सा बनाएं।
- शाम को मीठा खाने की क्रेविंग: बिस्किट की जगह बीज, मेवे या दही वाला हेल्दी स्नैक लें।






