तीर्थयात्राएं केवल देवदर्शन नहीं, हमारी सांस्कृतिक चेतना को जोड़ने का माध्यम: प्रधानमंत्री मोदी
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वाराणसी—छत्रपति-चुनार वाया वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का शुभारंभ
वाराणसी स्टेशन पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी-छत्रपति-चुनार वाया वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को जोड़ने वाली यात्राओं के महत्व पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीर्थयात्राएं केवल पूजा या दर्शन भर नहीं होतीं, बल्कि यह हमारी परंपराओं, आस्था और सामूहिक चेतना को एक सूत्र में पिरोने का सेतु हैं। उन्होंने बताया कि रामायण, श्रीराम कथा, काशी, चित्रकूट, अयोध्या और बुंदेलखंड जैसे धार्मिक-सांस्कृतिक स्थलों को आधुनिक यात्री सुविधाओं से जोड़ना सरकार की प्राथमिकता है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने वंदे भारत ट्रेन में सफर कर रहे स्कूली छात्रों से संवाद भी किया और उनसे यात्रा के अनुभव साझा करने को कहा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों को भारत की आध्यात्मिक विरासत से स्वाभाविक रूप से जोड़ने का साधन बनेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यातायात एवं धार्मिक पर्यटन के विस्तार से स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और छोटे शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश में आधुनिक और सुविधाजनक रेल नेटवर्क को और विस्तार दिया जाएगा, ताकि तीर्थस्थलों और सांस्कृतिक केंद्रों तक सुगम यात्रा सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने अपने संबोधन का समापन इस संदेश के साथ किया कि “हमारी आस्था ही हमारे समाज की संवेदनशीलता, एकजुटता और राष्ट्र भावना को जीवित रखती है।”




